जन्माष्टमी पर आज करें श्रीकृष्ण की आरती, बाल गोपाल हो जाएंगे प्रसन्न

जन्माष्टमी का पर्व और उसकी महिमा
जन्माष्टमी का पर्व भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के उपलक्ष्य में पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह दिन भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह उन्हें भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप को याद करने और उनकी भक्ति में लीन होने का अवसर प्रदान करता है। इस दिन विशेष रूप से श्रीकृष्ण की आरती करने से बाल गोपाल अत्यंत प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं।

आरती का महत्व
आरती एक विशेष प्रकार की पूजा है जिसमें दीपक, धूप और घंटियों के साथ भगवान की स्तुति की जाती है। यह भगवान के प्रति आभार प्रकट करने और उनके आशीर्वाद की कामना करने का एक तरीका है। जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीकृष्ण की आरती करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
श्रीकृष्ण की आरती करने का सही तरीका
- स्नान और शुद्धिकरण:
- आरती से पहले श्रीकृष्ण की मूर्ति या तस्वीर को स्नान कराएं और उन्हें ताजे वस्त्र पहनाएं। इसके बाद, उन्हें चंदन, कुमकुम, और फूलों से सजाएं।
- दीपक की व्यवस्था:
- एक दीया (दीपक) जलाएं और उसमें घी या तेल का उपयोग करें। दीये में पांच या सात बत्तियों का उपयोग करें, जिससे आरती की रोशनी ज्यादा चमके।
- आरती के गीत:
- श्रीकृष्ण की आरती करते समय, उनके प्रिय भजनों और आरती गीतों का गायन करें। “ओम जय जगदीश हरे” या “आरती कुंजबिहारी की” जैसे भजन बहुत ही प्रभावशाली होते हैं।
- धूप और अगरबत्ती:
- दीपक के साथ धूप और अगरबत्ती जलाएं। इससे वातावरण पवित्र और सुगंधित हो जाता है, जो भगवान को प्रिय होता है।
- घंटा और शंख:
- आरती के दौरान घंटा और शंख बजाएं। शंख की ध्वनि नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और सकारात्मकता को आमंत्रित करती है।
- भोग अर्पण:
- आरती के बाद श्रीकृष्ण को माखन-मिश्री, फल, मिठाई, और तुलसी दल का भोग अर्पित करें। इससे भगवान प्रसन्न होते हैं और आपकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
- आरती की थाली घुमाना:
- दीपक को भगवान के सामने तीन बार घुमाएं। इसके बाद आरती की थाली को परिवार के सभी सदस्यों के पास ले जाकर उन्हें आशीर्वाद लेने के लिए आमंत्रित करें।
आरती के बाद ध्यान देने योग्य बातें
- आरती के बाद प्रसाद को सभी में वितरित करें और शांति से बैठकर भगवान का ध्यान करें।
- अपने घर के मंदिर को साफ-सुथरा और सजा हुआ रखें, जिससे भगवान की कृपा सदैव आपके घर पर बनी रहे।
- परिवार के सभी सदस्य मिलकर आरती करें, जिससे आपसी प्रेम और एकता बढ़ती है।
निष्कर्ष
जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण की आरती करना एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव है। यह न केवल भगवान के प्रति हमारी भक्ति को व्यक्त करता है, बल्कि हमारे जीवन में शांति और खुशहाली भी लाता है। इस जन्माष्टमी पर, पूरे मन से श्रीकृष्ण की आरती करें और बाल गोपाल की कृपा प्राप्त करें।